एमएस धोनी में अब नहीं रह गई पहले जैसी ताकत, स्टीफन फ्लेमिंग का बड़ा खुलासा

चेन्नई सुपर किंग्स के कोच ने किया महेंद्र सिंह धोनी की भविष्यवाणी

चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने खुलासा किया है कि टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पूरी ताकत से 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते इसकी वजह उनके घुटने में समस्या है।

पिछले हफ्ते खेले गए मैच में धोनी नौवें नंबर पर बैटिंग करने आए थे और उन्हें उनकी खूब आलोचना हुई थी। इसके साथ ही रविवार को खेले गए मैच में भी धोनी की बल्लेबाजी पर विवाद उठा था।

फ्लेमिंग की बातें

फ्लेमिंग ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘धोनी के घुटने पहले जैसे नहीं हैं और वह अब पूरी ताकत से 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी क्रम टीम की स्थिति के आधार पर तय करने की जिम्मेदारी ली है।’’

फ्लेमिंग ने आगे कहा, ‘‘देखिए वह 13वें, 14वें ओवर के बाद से रन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन खेल रहा है।’’

मैच का विश्लेषण

राजस्थान रॉयल्स ने पावरप्ले में एक विकेट पर 79 रन बनाए जबकि चेन्नई सुपर किंग्स की टीम एक विकेट पर 42 रन ही बना सकी। फ्लेमिंग ने माना कि उन्होंने पावरप्ले में मैच गंवा दिया।

राजस्थान रॉयल्स ने नौ विकेट पर 182 रन बनाए और चेन्नई सुपर किंग्स को 176 रन पर छह विकेट पर रोककर पहली जीत दर्ज की।

नितीश राणा की प्रशंसा

टीम के नए बल्लेबाज नितीश राणा ने अपनी 36 गेंदों में 81 रन की शानदार पारी खेली और टीम को बड़ी जीत दिलाई।

राणा ने कहा, ‘‘मुझे कल पता चला कि मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने जा रहा हूँ। यह फैसला सही था और मुझे खुशी है कि मैंने अपने दावे पर खरा उतरा।’’

राणा ने आगे कहा, ‘‘मैंने पिछले मैचों से सीखा है कि गति का इस्तेमाल करने से मुझे अच्छे रन बनाने में मदद मिलती है। और आज, मैंने वही किया और टीम के लिए जीत दर्ज की।’’

राणा की इस शानदार पारी ने टीम को पहली जीत दिलाई और कोच फ्लेमिंग ने उनकी खेल की तारीफ की।

धोनी की विशेष भूमिका

महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने टीम को कई जीत दिलाई हैं और अपनी अनूठी कप्तानी कौशल से लोगों का दिल जीता है। उनकी बल्लेबाजी और गेम का अपना अलग ही चर्चा का विषय होता है।

मैच की पूरी रिपोर्ट

चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुए मैच में कई रोमांचक लम्हों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नितीश राणा की शानदार पारी ने चेन्नई सुपर किंग्स को हार से बचाया और उन्हें पहली जीत दिलाई।

मैच में पावरप्ले की भूमिका भी महत्वपूर्ण थी, जिसमें दोनों टीमों ने अपनी खासियत दिखाई। चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन वे पावरप्ले में गिर पड़े जिससे उन्होंने मैच खो दिया। वहीं, राजस्थान रॉयल्स ने अपनी खिलाड़ियों की बेहतरीन प्रदर्शन की मदद से मैच जीत लिया।

नितीश राणा का जादू

नितीश राणा की शानदार पारी ने मैच का दिशा-निर्देश बदल दिया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टीम को जीत की ओर धकेल दिया और उन्हें मैच में जीत दिलाने में सफल रहे। राणा की मेहनत और गेम का समझना उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

इससे साफ है कि क्रिकेट में भविष्यवाणी करना कितना मुश्किल हो सकता है। किसी भी टीम की जीत-हार निर्धारित नहीं होती और किसी भी खिलाड़ी का जादू किसी भी समय खत्म हो सकता है।

भविष्यवाणी की महत्वता

क्रिकेट में भविष्यवाणी करना सभी को नहीं आता। इसमें कई कारक होते हैं जिनसे एक विजयी टीम की पहचान होती है। इसलिए, कोच और खिलाड़ी के बीच सहयोग और समझौता बहुत महत्वपूर्ण है।

महेंद्र सिंह धोनी के घुटने में समस्या होने के बावजूद उनकी कप्तानी में टीम को आत्मविश्वास मिलता है। उनकी अनुभव और नेतृत्व के बिना, चेन्नई सुपर किंग्स की रणनीति अधूरी हो सकती है।

इस बात से स्पष्ट होता है कि क्रिकेट मैच में नकारात्मकता का सामना करना और उसे पलटना खिलाड़ियों और कोच के लिए कितना जरूरी है। इससे खेल की रोमांचकता और दर्शकों का उत्साह भी बढ़ता है।

भविष्यवाणी करना क्रिकेट में एक कला है और वहाँ पर सफलता हासिल करने के लिए प्रकार की नीति की आवश्यकता होती है। सही समय पर सही प्लेयर्स को फील्ड पर भेजना और उनसे उम्मीद रखना हर कोच की अहम जिम्मेदारी होती है।

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